Monday, January 30, 2012

महात्मा गाँधी : शहीद दिवस

भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मोहन दास  करमचंद गाँधी का जन्म २ अक्तूबर, १८६९ , पोरबंदर, गुजरात में हुआ. " महात्मा " के नाम से विश्व विख्यात गाँधी जी को भारत "राष्ट्रपिता" के रूप में सम्मान प्रकट करते हुए अभिनन्दन करता है.

आप की प्रारंभिक शिक्षा पोरबंदर में हुई.मेट्रिक परीक्षा भावनगर में हुई तथा कानून की पढाई के लिए १८ वर्ष की आयु में सितम्बर,१९८८ को इंग्लैंड गए. वहां आप शाकाहारी बने रहे और "शाकाहार समाज " के सदस्य बने.

आपकी शादी १३ वर्ष की आयु में(१८८३) १४ वर्षीय कस्तूरबा माखनजी  से हुआ. आपके चार पुत्र हुए. 

प्रारंभिक समय में आपने राजकोट में ही वकालात शुरू की. १८९३ में एक भारतीय फर्म  के मुकदमे के सन्दर्भ में आप नेटाल , दक्षिण अफ्रीका गए. अफ्रीका में भारतियों के प्रति भेदभाव के विरोध में स्वर उठाया और संघर्ष किया.
१९१५ में आप भारत लौटे. गोपाल कृष्ण गोखले जो स्वतन्त्रता आन्दोलनों में सक्रीय थे, के प्रोत्साहन और सानिध्य में भारतीय राजनैतिक क्षेत्र में सक्रीय हुए.
चंपारण, खेड़ा आदि  के आन्दोलनों में आपको सफलता मिली. १९३० में नमक सत्याग्रह में २४८ मील लम्बी यात्रा ( अहमदाबाद से दांडी  ) में ८०००० लोगों ने सहयोग दिया. यह संघर्ष अत्यधिक सफल रहा. १९४२ में भारत छोडो आन्दोलन ने विदेशी शासन की नींव हिला  दी.
सत्य, अहिंसा, शाकाहार, सादगी, खादी आदि को व्यवहार में ही नहीं बल्कि  नए आयाम दिए.  गुरु रविन्द्र नाथ ठाकुर ने आपको " महात्मा " कह कर सम्मान प्रकट किया.
३० जनवरी , १९४८ सांय ५.१७ बजे प्रार्थना सभा, बिरला भवन, नई दिल्ली की ओर जाते समय इस महात्मा को नाथूराम गोडसे ने गोली मार कर ह्त्या कर दी. हे राम ! उच्चारण के साथ  महात्मा गाँधी शहीद हो गए.

सत्य अहिंसा की ढाल से , भारत ये आजाद हुआ.
हे  राम !  तेरे  ही देश में , अपनों  से  बर्बाद  हुआ. 
*   *   *
इतने  निष्ठुर  अंग्रेज  भी  न  थे, संघर्ष किया था वर्षों  तक
आजाद भारत ने दी मौत , दिया नहीं जीवन जीने का  हक़ 
                            @ JANGIDML /20120130

Saturday, January 28, 2012

बसंत पंचमी


        बसंत पंचमी या वसंत पंचमी,  माघ शुक्ल पंचमी  बुद्धि की देवी सरस्वती के लिए समर्पित है. विद्या की देवी सरस्वती की पूजा-अर्चना करते हुए बुद्धि एवं ज्ञान की अभिलाषा की जाती है. इस दिन सरस्वती का जन्म माना जाता है. देवी सरस्वती को वेदों की माँ माना जाता है. 

        देवी सरस्वती शिव और पार्वती की पुत्री है.माँ सरस्वती के चार हाथ , जिसमें एक हाथ में पुस्तक-लेखनी , एक में कमल, एक हाथ में वीणा  और एक हाथ से इसे बजाते हुए बताया जाता है. देवी सरस्वती को श्वेत साड़ी पहने श्वेत कमल  या श्वेत हंस पर बैठे बताया जाता है, जो शांति का प्रतीक है. शारदा , वीणावादिनी आदि  नाम से भी जाना जाता है.

        यह दिन बसंत के आगमन का प्रतीक और बदलाव है. प्रकृति भी इस समय अपने यौवन पर होती है. नव- कोंपल प्रस्फुटित होती है. पेड़ पौधे हरे भरे दिखने लगते है. इस समय प्रकृति ही नहीं बल्कि मानव में जीवन के प्रति उत्साह उमड़ आता है. हरी-भरी धरा पर पीले रंग की पुष्पित सरसों मानव मन में उमंग भर देती है. इस कारण ही माँ सरस्वती की पूजा के लिए पीले वस्त्र पहन कर , पीली मिठाई और पीले फूलों के साथ पूजा की जाती है.

        यह  दिन विद्यार्थियों के लिए शुभ माना जाता है.सम्प्रेषण ,ज्ञान ,कला और सीखने के लिए पूजन का प्रावधान है.  कलम-दवात की पूजा की जाती है. शिक्षा प्रारंभ के लिए इस दिन को शुभ माना जाता है. स्कूल - कॉलेज में इस दिन रंगारंग सांस्कृतिक  कार्यक्रम आयोजित करते हुए माँ सरस्वती की पूजा की जाती है. 

 

Thursday, January 26, 2012

गणतंत्र दिवस

      राष्ट्रीय पर्व , गणतंत्र दिवस २६ जनवरी का मनाया जाता है. प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए गौरव का पर्व है.  इसे हर भारतवासी धूमधाम से मनाता है. इस दिन सभी सरकारी, गैर सरकारी और शिक्षण संस्थाओं के भवनों पर तिरंगा फहराया जाता है. संस्थाएं विविध प्रोग्राम आयोजित करती हैं. दिल्ली में परेड की सलामी महामहिम राष्ट्रपति द्वारा ली जाती है. इस अवसर पर देश की सैनिक क्षमता का प्रदर्शन किया जाता है. देश के विविध प्रान्तों से आये कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते है. राज्य स्तर पर  द्वारा प्रदर्शित कार्यक्रमों में राज्यपाल महोदय  परेड की सलामी लेते है. 
      भारत को आजादी तो १५ अगस्त , १९४७ में मिली जो लाखों ज्ञात- अज्ञात भारतवासियों  की कुर्बानियों से मिली थी परन्तु नागरिकों के लिए वास्तविक आजादी २६ जनवरी १९५० को ही मिली. इस दिन (२६ जनवरी ),१९५० को संविधान लागू किया गया. संविधान (constitution)  संहिता (दस्तावेज) है.  यह  किसी राष्ट्र के शासन का आधार है और  उसके चरित्र , संगठन को निर्धारित करता  है .  भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा  लिखित संविधान है
  • २९ अगस्त, १९४७ को छ: सदस्यों की संविधान सभा / प्रारूप समिति ( drafting committee ) बनी जिसके अध्यक्ष थे डॉ. बी.आर. अम्बेडकर . इस समिति ने २ साल, ११ माह और १८ दिन में इस तैयार कर सौंपा.
  •  २६ नवम्बर , १९४९ को संविधान के प्रारूप को स्वीकार किया गया .
  • संविधान की मूल प्रति इंग्लिश में है . इसमे १,३७,३६९ शब्दों का प्रयोग किया गया है.(ज्ञातव्य है कि  इंग्लैंड का संविधान अलिखित है जबकि अमेरिका का संविधान सबसे छोटा है जिसमें  ४००४ शब्दों का प्रयोग किया गया है )
  • संविधान के तीन मुख्य स्तम्भ है - विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका
  • इसमें ३९५ अनुच्छेद तथा १२ अनुसूचियां हैं.
  • अब तक  कई  संशोधन किये जा चुके है.  
  • संविधान लचीला है जिससे समय-समय पर संशोधन किये जा सकते है.
  • संविधान में नागरिकों के  लिए ६ मूल मौलिक  अधिकारों के साथ कर्तव्य जोड़े गए है.

 

Wednesday, January 25, 2012

राष्ट्रीय मतदाता दिवस

भारत निर्वाचन  आयोग ( Election Commission of India )

  • स्थापना : २५ जनवरी, १९५१
  • २०११ : २५ जनवरी को राष्ट्रीय  मतदाता दिवस  (National Voters’ Day) घोषित
  • अब तक : १५ आम चुनाव और ३३१ विधान सभा चुनाव संपन्न
  • १९६२  : बैलेट पेपर से वोटिंग
  • १९८८  : सविंधान  की धारा  ३२६  के अंतर्गत मतदाता की आयु २१ से १८ वर्ष की गई.   
  • २००४ : इलेक्ट्रोनिक वोटर मशीन का उपयोग 
  • २००९  : फोटो पहचान  पत्र  
  • मतदाता केंद्र / बूथ : ८.५ लाख 
  • मतदाता ( २०११ )  : पुरुष -३८२ २१६ ११९   स्त्री - ३४६ ४९१ ५५९  अन्य - २५०९  कुल -  ७२८ ७१० १८७
  • स्लोगन : " Proud to be a Voter-Ready to Vote "

 स्वाध्याय हेतु : http://eci.nic.इनhttp://www.indian-elections.com