दीपावली झूठ पर सत्य की विजय का पर्व है . राम का वनवास और रावण पर विजय प्राप्त कर लौटने की ख़ुशी में घी के दीप जला कर ख़ुशी जताने का पर्व है .ये भाईचारे एवं ख़ुशी का त्यौहार है.
             इस अवसर पर देश भर में करोडो-अरबों रुपयों का अपव्यव तो केवल पटाखों में ही हो जाता है. पटाखों के धुएं से स्वाथ्य  पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है.  
             दीपावली  एवं ऐसे ही अन्य अवसरों पर  पटाखों से प्रदुषित करना कहाँ तक उचित है ? ये सभी के चिंतन का विषय है.  
" दीपावली मनाएं , घी के दीप जलाएं  "
 
 
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