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Sunday, November 27, 2016
Friday, November 25, 2016
Tuesday, November 22, 2016
Monday, November 21, 2016
Sunday, November 20, 2016
Thursday, November 17, 2016
लाला लाजपत राय

वे स्वतंत्रता संग्राम के आन्दोलन में अग्रिम पंक्ति के नेता थे. लाल-बाल-पाल के नाम से तीनों अग्रणी नेताओं ने स्वतंत्रता की नई लौ प्रजल्वित की वह भारतीय इतिहास में अक्षुण है. लाला लाजपत राय 1920 के जलियांवाला बाग नरसंहार में अग्रणी नेता थे तो गाँधी जी के असहयोग आन्दोलन में सक्रीय सहभागी. वे भारतीय कांग्रेस के नेता रहे और अच्छे विचारक तथा लेखक भी. 30 अक्टूबर ,1928 लाहोर में साइमन के साइमन कमीशन के आगमन पर इसके विरोध में रैली के नेतृत्व करने के अवसर पर अंग्रेजों के बर्बर लाठी प्रहार से लाला लाजपत राय घायल हो गए...विषम हालत में उन्होंने सभा में कहा " हर झटका मेरे उद्देश्य से ब्रिटिश साम्राज्यवाद के ताबूत में एक कील है." ... लगातार गिरते स्वस्थ्य के कारण वे 17 नवम्बर ,1928 को स्वर्ग सिधारे.
वे पंजाब के शेर कहलाते थे. उनके विचार थे " भीख या प्रार्थना कभी स्वतंत्रता नहीं दिला सकती है.तुम केवल संघर्ष और त्याग से ही विजय प्राप्त कर सकते हो."
Monday, November 14, 2016
Sunday, November 13, 2016
Friday, November 11, 2016
Sunday, October 30, 2016
SARDAR VALLABH BHAI PATEL

सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर,1875 नादीयाड गुजरात में हुआ. वकील के पेशे से जुड़े पटेल भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस में सहभागी बन स्वतंत्रता आन्दोलन में सक्रिय रहे. आजादी के बाद वे गृहमंत्री बने और भारत की करीब 565 रियासतों को एकीकृत कर भारत को एक सूत्र में जोड़ने का अद्वितीय कार्य किया. इनकी दृढ आत्मशक्ति के कारण इन्हें लौह पुरुष ( Iron Man of India ) के रूप में जाना जाता है.
उनका 15 दिसम्बर,1950 में स्वर्गवास हुआ.
1991 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया.( मृत्यु उपरांत )
लौह पुरुष पटेल सा होगा ना कोई ओर
एक सूत्र में देश बांधा बिन मचाये शोर
@JANGID.20161031
#PATEL #INDIA
Monday, October 24, 2016
Wednesday, September 14, 2016
Sunday, April 17, 2016
Thursday, April 7, 2016
Sunday, March 27, 2016
Tuesday, March 15, 2016
Monday, March 14, 2016
Tuesday, March 8, 2016
Saturday, February 6, 2016
Thoughts from Religions
- अहं ब्रह्म द्वयं नास्ति
- वैष्णव जन तो तेने कहिये , जो पीड़ पराई जाने रे ,
पर दुःख उपकार करे तोये, मन अभिमान न आये रे - नरसी मेहता
- अल खल्क-ओ-अचानुल्लाह - समस्त सृष्टि अल्लाह का परिवार है
NEW YEAR

साल नया ,मास नया, दिन नया, पहर नया,हर क्षण नया।
समय का आदि न अंत , इतिहास बनाता है ये नया।।
- JANGIDML/20130101
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